Tuesday, December 24, 2013

गाय के रंगों के अनुसार होता है उसके दूध का गुण

भारतीय गायों के रंगों के अनुसार उसके दूध गुण बदल जाता है। गाय का दूध मां के दूध के गुण के समतुल्य होता है। भैंस के दूध की तुलना में गाय के दूध को शिशु शीघ्र पचा लेता है। भैंस का दूध भारी होता है जबकि गाय का दूध शरीर व स्वास्थ्य प्रदाता है। गायों की रंग-बिरंगी चमड़ी सूर्य प्रकाश सेसबल गुणों के ग्रहण कर अपने शरीर में रख लेती है जो गुण दूध के माध्यम से हमें मिलती है। गाय के दूध में सम्पूर्ण पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।) सफेद रंग की गाय का दूध पाचक होता है जो शरीर को हृष्ट-पुष्ट बनाता है। 

चितकबरी गाय का दूध पित्त बढ़ाता है जो शरीर को चंचल बनाता है।) 

काले रंग की गाय का दूध मीठा होता है जो गैस के रोगों को दूर करता है।) 

लाल रंग की गाय का दूध रक्त बढ़ता है जो शरीर को स्फूर्तिवाला बनाता है।) 

पीले रंग की गाय का दूध पित्त को संतुलित करता है जो शरीर को ओजपूर्ण बनाता है।पेट के सभी विकारों को दूर करता है सौंफ-भारत में भोजन के बाद सौंफ देने एवं सौंफ खाने की परम्परा है यह। भोजन को पाचक बनाता है एवं पेट के समस्त विकारों को दूर करता है। 

प्राचीन ग्रंथ आयुर्वेद के अनुसार औषधीय गुणों से भरपूर सौंफ तीन रूपों में उपयोग की जाती है, साबुत, चूर्ण एवं अर्क के रूप में। यह मसालों के साथ भी उपयोग लाई जाती है। भोजन के पश्चात् खाने पर सुस्वादु व मधुर होता है। इससे मुंह को सुंगधित बनता है।सौंफ साबुत खाने पर गर्म गुण की होती है। चूर्ण बनाकर मिश्री, मदु या शक्कर के साथ शर्बत बनाकर लेने पर शरीर को शीतल करती है। सौंफ बुखार, कफ और नेत्र रोगों की स्थिति में लाभ पहुंचाता है। भोजन के बाद दोनों समय खाने पर रतौंधी दूर करती है। नियमित सेवन से स्त्री रोग भी ठीक होते हैं। सौंफ का अर्कपेट दर्द दूर करता है। खट्टी डकार व मुंह के दुर्गन्ध को समाप्त करता है। इसमें विटामिन सी होने के कारण खाने पर मुंह के छाले ठीक होते हैं।सलाद के लाभ ही लाभ : सलाद प्रकृति से मिले उपहार का प्रथम रूप है। इसमें खीरा, ककड़ी, गाजर, चुकन्दर, शलजम, प्याज, लहसुन, नींबू, पत्ता गोभी, सलाद पत्ता, धनिया पत्ती आदि शामिल हैं। यह रेशेदार होने के कारण कब्ज दूर करता है। कोलेस्ट्राल एवं रक्तचाप व मधुमेह संतुलित करता है। पेट के कृमि का दूर करता है। शरीर को सुडौल बनाता है। चेहरा चमकदार व चमड़ी नरम हो जाती है। दांत व मसूड़े ठीक रहते हैं। यह बवासीर की स्थिति में भी लाभ पहुंचाता है। सलाद को भोजन के पूर्व खाने पर अधिक लाभ पहुंचाता है।


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